माँ भारत की शान बढ़े मेरे देश में हो खुशहाली, माँ भारत की शान बढ़े मेरे देश में हो खुशहाली,
खुद को शर्मिंदा न होना पड़े खुद को शर्मिंदा न होना पड़े
प्रबीर हो जयी बनो- जय हिन्द कहे चलो, तुम भारत के वीर हो बढ़े चलो बढ़े चलो। प्रबीर हो जयी बनो- जय हिन्द कहे चलो, तुम भारत के वीर हो बढ़े चलो बढ़े चलो।
यही वक़्त था नाज़ हमे था कभी खुद पर कभी उस पर आज मगर इस सच्चाई के रूबरू हो ही गये हैं हम । यही वक़्त था नाज़ हमे था कभी खुद पर कभी उस पर आज मगर इस सच्चाई के रूबरू ह...
मुहब्बत में मिले दर्द ने हमें ज़िंदा रखा वरना हम तो कब के मर गए होते मुहब्बत में मिले दर्द ने हमें ज़िंदा रखा वरना हम तो कब के मर गए होते
घर की रौनक, हँसी और उजाला होती है, अन्धकार में भी खिलखिलाती किरण होती है। घर की रौनक, हँसी और उजाला होती है, अन्धकार में भी खिलखिलाती किरण होती है।